सोने की थाली में, गंगा जल गड़वा,
चंदन की चौकी पे, बिठाए सिद्ध जोगी l
धूप दीप तेरी, ज्योत जला के,
आरती तेरी हम, गाएं सिद्ध जोगी ll
धूणे वाले साईं तेरी आरती l
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
तलाईआं वाले बाबा तेरी आरती l
दुधाधारी जोगी तेरी आरती l
अमर कथा को सुन के, ‘हुई अमर काया’ l (जोगी)
सतयुग द्वापर त्रेता, ‘कलयुग में माया’ l (तेरी)
पा के दर्शन दर से l मानस देह थी तारी,,,
धूणे वाले साईं तेरी आरती l
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
पिता तुम्हारे है विष्णु, ‘लक्ष्मी जी माता’ l (तेरी)
बाल अवस्था में तोड़ा, ‘मात पिता से नाता’ l (जोगी)
ज़ूनागढ़ गुजरात में l आए अवतारी,,,
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
तलाईआं वाले बाबा तेरी आरती l
धूणा अखण्ड था शिव का, ‘तुन्हे ही तपाया’ l (जोगी)
दूर से शिव ही लगे, ‘जिस भी दरस पाया’ l
सिद्ध दियोट गुफ़ा तेरी l लीला है न्यारी,,,
तलाईआं वाले बाबा तेरी आरती l
दुधाधारी जोगी तेरी आरती l
सर पे वाल सुनहरी, ‘सूरत अति प्यारी’ l (भोली)
कच्छ झोली हथ चिमटा, ‘मोर की है सवारी’ l (तेरी)
पाँव खड़ाएं गले सिंगी l नाथ कलाधारी,,,
धूणे वाले साईं तेरी आरती l
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
संत भगत करे सेवा, ‘देव भी बलिहारी’ l (जोगी)
तुमरी महिमा गाएं, ‘यह सृष्टि सारी’ l
सर्व कला सम्पूर्ण l बालक ब्रह्मचारी,,,
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
तलाईआं वाले बाबा तेरी आरती l
श्रद्धा भक्ति पूर्ण, ‘तभी हमरी होगी’ l (जोगी)
आओ भोग लगाओ, ‘रोट दूध का जोगी’ l
हाथ जोड़ चरणों में l खड़े तेरे पुज़ारी,,,
धूणे वाले साईं तेरी आरती l
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
सिद्ध जोगी की आरती, ‘नेम से जो गए’ l (जोगी)
बाबा पौणाहारी से, ‘मन वांछित फल पाए’ l
चरण कमल तेरे कोमल l दास है बलिहारी,,,
धूणे वाले साईं तेरी आरती l
चिमटे वाले जोगी तेरी आरती l
तलाईआं वाले बाबा तेरी आरती l
दुधाधारी जोगी तेरी आरती l
In a plate of gold, the Ganges water was thrown,
Siddha Jogi is seated on a sandalwood post.
The incense lamp is yours, by lighting the flame,
Aarti Teri Hum, I will sing Siddha Jogi
Dhune Wale Sai Teri Aarti l
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
talai wale baba teri aarti l
Dudhadhari Jogi Teri Aarti l
After listening to the immortal story, ‘Hui immortal kaya’ l (Jogi)
Satyug Dwapar Treta, ‘Maya in Kaliyug’ l (Your)
At the rate of Pa’s vision l psyche body was tari,,
Dhune Wale Sai Teri Aarti l
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
Father is your Vishnu, ‘Lakshmi ji mother’ l (Your)
Broke in childhood, ‘relationship with mother father’ l (Jogi)
In Junagadh Gujarat came incarnation,
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
talai wale baba teri aarti l
Dhuna was unbroken of Shiva, ‘Thank you only’ l (Jogi)
Shiva appeared from afar, ‘whatever you found’.
Siddha diyot cave teri l leela hai beautiful,,
talai wale baba teri aarti l
Dudhadhari Jogi Teri Aarti l
Sir pe wal golden, ‘Surat very lovely’ l (Bholi)
Kutch jholi hand tongs, ‘peacock ki hai ride’ l (your)
Stand on your feet, hugging you, Nath Kaladhari,
Dhune Wale Sai Teri Aarti l
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
Saint Bhagat should serve, ‘God is also Balihari’ l (Jogi)
Sing your glory, ‘this whole creation’.
All the arts are complete l child celibate,
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
talai wale baba teri aarti l
Faith full of devotion, ‘only then will we be’ (Jogi)
Come offer us, ‘Rot milk ka jogi’.
With folded hands, l standing at your feet,
Dhune Wale Sai Teri Aarti l
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
Aarti of Siddha Jogi, ‘Jo Gee by name’ l (Jogi)
From Baba Paunahari, ‘May the mind get the desired fruit’.
Lotus feet, your gentle l servant is Balihari,,
Dhune Wale Sai Teri Aarti l
Tongs Wale Jogi Teri Aarti
talai wale baba teri aarti l
Dudhadhari Jogi Teri Aarti l