जो बीत गया वह पल दुबारा नही आते,
आते है नये दौर पुराने नही आते,
लकड़ी के मकानो मे चिरागे ना चलाया करो,
लग जायेगी गर आग बुझाने नही आते,
आते है नये दौर पुराने नही आते…..
इस पेड़ की छाओ मे बसेरा नही होता है मेरा,
लग जायेगी गर अॉख जगाने नही आते,
आते है नये दौर पुराने नही आते…..
रहीस मयूर इटावा
The moment that has passed does not come again,
New rounds come, old ones don’t come,
Do not light lamps in wooden houses,
If you do not come to put out the fire,
New eras come, old ones don’t come…..
I do not live in the shade of this tree,
If the eyes do not come to wake up,
New eras come, old ones don’t come…..
Rahis Mayur Etawah