आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे,
तूने इतना दिया है मुझे प्यार सांवरे,
नहीं भूलू कभी भी मैं तेरा उपकार सांवरे,
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे,
छोटी छोटी खुशियों को तरस ते थे,
दिल ही दिल में रह कर के अक्ष टपकते थे,
मेरा दिल भी यही कहता के अब हर वार सांवरे,
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे,
जबसे तुमसे कन्हियाँ मेरी यारी हो गई,
खाटू आने की मुझको बिमारी हो गई,
तेरे दर्शन से मिलता है मुझको आराम सांवरे,
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे,
तेरे भगतो का मेला मुझे परिवार है,
जग में रिश्तो से बढ़ कर भी ऐतबार है,
तरे मोहित मैं मानु गा तेरा आभार सांवरे,
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे,
Since I came to your door,
You have given me so much love,
Don’t ever forget that I do your favors,
Since I came to your door,
Longing for small happiness,
Ax used to drip by staying in the heart,
My heart also used to say that now every war is beautiful,
Since I came to your door,
Ever since your daughters became my friend,
I got sick of eating khatu.
Your darshan gives me comfort,
Since I came to your door,
The fair of your devotees is my family,
There is more than just relationships in the world,
Thank you very much,
Since I came to your door,