हे साईं नाथ तेरे मन्दिर में आये है हम फ़रिआदी |
दर्शन दे अपने भक्तो को, साईं तोड़ दे आज समाधी साईं ||
दिल नहीं लगता कहीं हमारा अब तो इस संसार मे |
आये है हम साईं बाबा तेरे ही दरबार मे ||
जब से तेरा रहम हुआ है, सवर गया है जीवन |
जी करता है करदे अर्पण, तुझ को अपना तन मन |
करें बस तेरी भक्ति, लगा के पूरी शक्ति ||
डूबा रहे मन हर पल हर दिन अब तेरे ही प्यार मे |
आये है हम साईं बाबा तेरे ही दरबार मे ||
हम को अपनी नज़रों से तू कभी ना गिरने देना |
हम पर हैं जो नज़रे तेरी उन्हें ना फिरने देना |
रहें हम तेरी नजर मे हमेशा तेरी नज़र मे ||
जीवन का हर लम्हा गुजरे बस तेरे ही द्वार मे |
आये है हम साईं बाबा तेरे ही दरबार मे ||
O Sai Nath, we have come to your temple.
Give darshan to your devotees, let Sai break today Samadhi Sai ||
The heart does not feel that we are now in this world.
We have come Sai Baba in your own court.
Ever since you have had mercy, life has been saved.
Ji does Karde offerings, his body and mind to you.
Just do your devotion, feel full power ||
The mind is immersed in your love every moment every day.
We have come Sai Baba in your own court.
Never let us fall from your sight.
Those eyes are on us, don’t let them turn away.
Be in your eyes always in your eyes ||
Every moment of life should pass only in your door.
We have come Sai Baba in your own court.