मस्ती में दिल मचलाया रे फागुन का महीना आया रे,
अब तो हम खाटू जायेगे रोके भी रुक न पाए गे,
जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम,
जिस को देखो कोई होश नहीं ,
क्या होगा ये अफ़सोस नहीं,
सारे पागल बन जाएंगे रोके भी रुक न पायंगे,
जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम,
मीठी मुरली धुन भाज रही सारी दुनिया ही नाच रही,
सब झूमते गाते जायँगे रोके भी रुक न पायंगे,
जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम,
भावो की गंगा भहायेंगे योगी हुडढंग मचायेगे,
बाबा को संग में नाचेंगे रोके भी रुक न पायंगे,
जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम,
Masti mein dil machlayaya re the month of Phagun has come,
Now even if we will go to Khatu, we will not be able to stop,
Jai Shree Shyam Baba Jai Shree Shyam,
The one who sees no senses,
What will happen it is not a pity,
Everyone will become mad, even they will not be able to stop,
Jai Shree Shyam Baba Jai Shree Shyam,
The whole world is dancing to the sweet murli tune,
Everyone will go on singing and singing, even if they stop they will not be able to stop,
Jai Shree Shyam Baba Jai Shree Shyam,
The yogi will make fun of the Ganges of emotions,
You will not be able to stop even if you stop dancing in the company of Baba.
Jai Shree Shyam Baba Jai Shree Shyam,