बाला जी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिजाने आया हु
प्रभु का चरनामित लेने को है पास मेरे कोई पातर नही
आँखों के दोनों प्यालो से कुछ भीख मांगने आया हु
बाला जी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिजाने आया हु………
तुम से लेकर क्या भेट धरु बाला जी तुम्हारे चरणों में
मैं सेवक हु तुम दाता हो समभंद बताने आया हु
बाला जी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिजाने आया हु
सेवा की कोई वस्तु नही फिर भी मेरा साहस देखो,
रो रो कर आज अंसियो का मैं हार चडाने आया हु
बाला जी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिजाने आया हु
Balaji, I have come to love you at your feet.
I have no character to take the name of the Lord
I have come to beg for something from both the cups of my eyes.
Balaji, I have come to love you at your feet………
From you to what Dharu Bala ji is at your feet
I am the servant, you are the giver, I have come to tell you
Balaji, I have come to love you at your feet.
There is no object of service, yet look at my courage,
Today I have come to win the necklace of Ansio after crying.
Balaji, I have come to love you at your feet.