भक्तो चलो गाते चलो शिरडी चलो बाबा ने भुलाया चलो शिरडी चलो रे,
हमें साई का संदेसा कुछ ऐसे मिला रे कल सपने में बाबा का फूल खिला रे,
सपने में देखा मैंने शिरडी प्यारा रे,
बाबा ने भुलाया चलो शिरडी चलो रे,
साई उधि से भक्तो के रोग हरे रे,
जो शिरडी बस जाये उसे पुण्य मिले रे,
सपने में साई सबको भुलाये रे,
साई ने भुलाया चलो शिरडी चलो रे,
बिना तेल के साई ने दीये जलाये रे,
बिछड़े हुए दिलो को साई मिलाये रे,
सपने में साई बड़ा प्यारा लगे रे,
बाबा ने भुलाया चलो शिरडी चलो रे,
ये सपने तो ऐसे गुजर जायेगे,
अब भक्तो को लेके हम शिरडी आएंगे,
काकड़ साई आरती हम मिलके गायेगे,
बाबा ने भुलाया चलो शिरडी चलो रे,
Devotees let’s sing, let’s go to Shirdi, Baba has forgotten, let’s go to Shirdi,
We got Sai’s message something like this, Let me feed Baba’s flower in my dream tomorrow,
In my dream I saw Shirdi Pyara Ray,
Baba has forgotten, let’s go to Shirdi,
From Sai Udhi, the diseases of the devotees are green,
May the one who settles in Shirdi get merit.
In the dream, let Sai forget everyone,
Sai has forgotten, let’s go to Shirdi,
Sai lit diyas without oil,
May the departed hearts be mixed with sai,
Sai looks very cute in the dream,
Baba has forgotten, let’s go to Shirdi,
These dreams will pass like this,
Now we will come to Shirdi with the devotees.
We will sing Kakad Sai Aarti together.
Baba has forgotten, let’s go to Shirdi,