भावना में भाव ना हो तो भावना बेकार है
और भावना में भाव हो तो भव से बेडा पार है
भावना की ज्योति को जगा के देखिये
बोलती है मूर्ती बुलाके देखिये
सौ बार चाहे आज़मके देखिये
बोलती है मूर्ती बुलाके देखिये
करोगे जो सवाल तो जवाब मिलेगा
यहाँ पुण्य और पाप का हिसाब मिलेगा
भले बुरे सबको पहचानते हैं वो
तेरी खरी खोटी जानते हैं वो
श्रद्धा से सर को झुका के देखिये
बोलती है मूर्ती बुलाके देखिये
मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे सांवरिया………….
छाया में है छुपे बाबा बैठे धुप में
मिलता है श्याम का दर्शन किसी भी रूप में
तेरी हर सांस में निवास इनका
होगा हर जगह पे एहसास इनका
जिस और नज़रें घुमा के देखिये
बोलती है मूर्ती बुलाके देखिये
If there is no emotion in the feeling then the feeling is useless
And if there is emotion in the feeling, then the fleet is beyond the feeling.
wake up the flame of emotion
Speaks, call the idol and see
see it a hundred times
Speaks, call the idol and see
Whatever question you do, you will get the answer
Here the account of virtue and sin will be found
He knows all the bad
they know your truth
bow your head with reverence
Speaks, call the idol and see
Mere Shyam Mere Shyam Mere Saawariya………….
Baba is hidden in the shadow, sitting in the sun
Shyam’s darshan is found in any form
His every breath resides in you
They will feel everywhere
turn your eyes
Speaks, call the idol and see