बिगड़ी मेरी तकदीर को तूने बनाना है,
दर छोड़ कर तेरा कही न और जाना है,
आते रहे संदेशे मुझे कितने सालो से,
उलझा रहा मैं हर दम अपने ख्यालो में,
सच्चा तेरा दरबार है,बेदर्द ज़माना है,
दर छोड़ कर तेरा कही न और जाना है,
तू ही मेरा मात पिता है तू ही दाता है,
सिमरन तेरा वाहेगुरु नहीं करना आता है,
तेरे चरणों में ही अपना अब परम ठिकाना है,
दर छोड़ कर तेरा कही न और जाना है,
धरती पर स्वर्ग है तो कही गुरु जी का द्वारा है,
गुरुवर मेरा सारे जगत में सबसे न्यारा है,
गुरबाणी का हर एक शब्द अनमोल खजाना है,
दर छोड़ कर तेरा कही न और जाना है,
You have to make my fortune spoiled,
Leaving the rate, you have to go somewhere else,
For how many years the messages kept coming to me,
I am getting entangled in my thoughts all the time,
True is your court, there is an unrelenting time,
Leaving the rate, you have to go somewhere else,
You are my mother and father, you are the giver,
Your Waheguru does not know how to do Simran,
My ultimate abode is now at your feet,
Leaving the rate, you have to go somewhere else,
If there is heaven on earth, it is somewhere by Guru ji.
Guruvar is my most beautiful in the whole world,
Every word of Gurbani is a priceless treasure,
Leaving the rate, you have to go somewhere else,