चाहे जमाना रूठे पर ये लगन न छुटे
रहे साथ में सदा साँवरा साथ कभी ना छुटे,
दुनियाँ ना मेरे किसी काम की,
मैं तू दीवानी अपने श्याम की,
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे
श्याम है जबसे मन में समाया,
कितनी बदल गई जीवन की छाया,
हर सपना पूरा होने लगा है,
कितनी निराली है इसकी माया,
अब चाहे हर रिश्ता टूटे बस ये संग ना छुटे
मिली है निशानी जब से नाम की,
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
महिमा निराली इसके धाम की,
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे।।
इसकी कृपा शोहरत मिली है,
मुरझाए मन की कली हर खिली है,
गिरने ना मुझको उसने दिया है,
मिला जख्म जो भी उसी ने सियाँ है,
अब चाहे गम जितने टूटे पर दामन ना छुटे
महिमा निराली इसके धाम की,
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे।।
शाम को जो भी अपना बनाए बेचैनी धीरज पाये
श्याम को जो भी गुणगान गाये,
रहे दूर उससे सदा दुःख की साये
बनके दीवाना वो यश लुटे बाकि लगे सब झूठे
पूजा करू में खाटू धाम,
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे
Even if the times are rough, this passion does not leave
Stay together, never leave the evening together,
The world is of no use to me,
I am crazy about your shyam,
Even if the world is rough, this passion does not leave
Shyam is ever since he got into the mind,
How has the shadow of life changed,
Every dream is starting to come true,
How wonderful is its love,
Now even if every relationship breaks, just don’t leave with it
Ever since the name got a sign,
I am crazy about my shyam
The glory of its abode is unique,
I am crazy about my shyam
Even if the world is rough, this passion does not leave.
Its grace has gained fame,
Every bud of a withered mind has blossomed,
He has given me not to fall,
Whatever wound he has got,
Now no matter how much the gum is broken, it does not leave the arm
The glory of its abode is unique,
I am crazy about my shyam
Even if the world is rough, this passion does not leave.
Whatever your restlessness in the evening, be patient
Whoever sings praises to Shyam,
stay away from him forever the shadow of sorrow
Became crazy, he looted the fame, the rest seemed all liars
Worship in Khatu Dham,
I am crazy about my shyam
Even if the world is rough, this passion does not leave