चालो म्हारी रेल भवानी ये चाला संता रे देश,
मारा सतगुरु खोली बारी , हुई टिकट की तैयारी,
बैठ चलो नर नारी रे, सिवरा देव गणेश,
मारा सतगुरु बणिया टीटी ,गार्ड लगाई सिटी ,
या दुनिया पड़ गई फीकी रे ,भूल्या फिरे नरेश,
कोई हरि हरि झण्डी हाली, डाक डगा मग चाली,
दस बीस कोष पर हाली रे, मिट जा कर्म क्लेश,
संत सुखी राम उदासी ,सत अमरापुर रो वासी,
थारो फेर जन्म नही आसी रे ,साँचा लिया उपदेश,
Chalo Mhari Rail Bhavani Ye Chala Santa Re Desh,
Mara Satguru opened the turn, the preparation of the ticket took place,
Sit down, male and female, Sivara Dev Ganesh,
Mara Satguru Bania TT, Guard Lagai City,
Or the world has faded away, the king is forgotten,
No Hari Hari Jhandi Halli, Dak Daga Mag Chali,
Hali ray on ten twenty koshas, karma tribulation may be erased,
Sant Sukhi Ram Udasi, resident of Sat Amrapur Ro,
Tharo fer birth nahi aasi re, molded preaching,