तेरे लिये लाऊ फूलो की टोकरी,
दे दे मुझे साई अपनी नौकरी,
मान लो एह बाबा अर्ज ये मेरी,
दे दे मुझे साई अपनी नौकरी,
दूध शहद से साई तुझको नेहलाऊ,
शृंगार करके तेरी ज्योति जगाउ,
श्रदा से गाऊ मैं आरती तेरी,
दे दे मुझे साई अपनी नौकरी,
रोज तुझे खिचड़ी का भोग मैं लगाऊ,
पलको पे तेरी मैं सहज सजाऊ,
हर पल करू बाबा सेवा तेरी,
दे दे मुझे साई अपनी नौकरी,
मन की मुराद मेरी पूरी तू करदे,
सेवा में रहु तेरी ऐसा तू वर दे,
मुझपे भी नजरे कर्म हो तेरी,
दे दे मुझे साई अपनी नौकरी,
Tere Liye Laau Phoolo Ki Tokri,
De De Mujhe Sai Apni Naukri,
Man Lo Eh Baba Arj Ye Meri,
De De Mujhe Sai Apni Naukri,
Dudh Shahad Se Sai Tujhko Nehlau,
Shrungar karke teri jyoti jagau,
Shrada se gau main aarti teri,
De De Mujhe Sai Apni Naukri,
Roz tujhe khichdi ka bhog main lagau,
Palko Pe Teri Main Sahaj Sajao,
Har Pal Karu Baba Seva Teri,
De De Mujhe Sai Apni Naukri,
Man ki murad meri puri tu karde,
Seva me rahu teri aisa tu var de,
Mujhpe bhi nazre karma ho teri,
De De Mujhe Sai Apni Naukri,