नैया है मंझधार कन्हैया सूझे नहीं किनारा
दे दे श्याम सहारा दे दे श्याम सहारा
बीच भवर में नैया खाये रही हिचकोले
है घनघोर अँधेरा मनवा मेरा डोले
हारा देता श्याम सहारा मैंने तुझे पुकारा
दे दे श्याम सहारा ……………….
ओ खाटू के बाबा लाज बचा ले मेरी
ना तो इस दुनिया में हंसी उड़ेगी तेरी
मैं तेरा तू मेरा कान्हा ये जाने जग सारा
दे दे श्याम सहारा ………………
काली काली रातें विपदा सर पे छाई
पड़ी ज़रूरत तेरी छुप गए कहाँ कन्हाई
बैरागी चरणों का सेवक उड़ता फिर बेचारा
दे दे श्याम सहारा ………………
Naiya is mediocre Kanhaiya does not know the edge
De De Shyam Sahara De De De Shyam Sahara
Hesitating while eating a bath in the middle of the house
It’s pitch dark my dole
Shyam Sahara loses, I called you
De De Shyam Sahara ……………….
O Khatu Ke Baba Laj Bacha le Meri
Neither will you laugh in this world
I am yours, my Kanha Yeh Jaane Jaane Sara
De De Shyam Sahara………………
Dark black nights plagued the head
Where did you hide your need?
The poor man’s servant flies again
De De Shyam Sahara………………