धरती पे शिरडी जैसे अयोध्या जैसे है वृन्दावन अवध पति है साई,
गोकुल के मनमोहन साई राम साई श्याम साई राम साई श्याम
राम भजन जब मन में होता वन के राम आते,
कृष्ण भजन जब मन में होता बन के श्याम आते हो,
भक्ति करो मन शक्ति मिलेगी,
मन से करो रे पूजन अवध पति श्री राम है साई,
गोकुल के मनमोहन साई राम साई श्याम साई राम साई श्याम
साई का दर्शन साई का कीर्तन जब मनवा है करता,
तो श्रद्धा की गंगा भगति की यमुना का सनगम तब ही होता,
जप जप साई जय जय साई,
मनवा करो रे भजन अवध पति श्री राम है साई,
गोकुल के मनमोहन साई राम साई श्याम साई राम साई श्याम
जय जगदीश्वर जय परमेश्वर मन करता जयकारा,
श्री चरणों का ध्यान करू तो हो कल्याण हमारा,
जप मन सतगुरु साई सतगुरु ,साई करेंगे पावन अवध पति श्री राम है साई,
गोकुल के मनमोहन साई राम साई श्याम साई राम साई श्याम
Like Shirdi on earth, Ayodhya is like Vrindavan, Avadh is husband Sai,
Manmohan Sai Ram Sai Shyam Sai Ram Sai Shyam of Gokul
When Ram Bhajan was in my mind, Ram of the forest would come,
When Krishna Bhajan happens in the mind, Shyam comes,
Do devotion, you will get the power of the mind,
Do worship with your mind, Awadh husband is Shri Ram Sai,
Manmohan Sai Ram Sai Shyam Sai Ram Sai Shyam of Gokul
Sai’s Darshan When Sai’s Kirtan is desired,
So only then would the confluence of the Yamuna of the Ganges of reverence happen,
jaap jaap sai jai jai sai,
Manwa Karo Re Bhajan Awadh Pati Shri Ram Hai Sai,
Manmohan Sai Ram Sai Shyam Sai Ram Sai Shyam of Gokul
Jai Jagdishwar, Jai Parmeshwar,
If I meditate on Shri’s feet, then our welfare is ours.
Chanting mind Satguru Sai Satguru, Sai will do the holy Awadh husband Shri Ram is Sai,
Manmohan Sai Ram Sai Shyam Sai Ram Sai Shyam of Gokul