ये कुञ्ज गली सकरी सकरी छिप गया कहा,
पकड़ी पकड़ी तेरी चोरी श्याम हो
ढूंडा सारा गाओ हो
ना श्याम मिले ना बांसुरियां की मीठी तान हो
ढूंडा सारा गाओ हो
तुझे पल पल चाहू तेरी शरण में आऊ,
जो दिखे श्याम तो पगली हो जाऊ,
तुझपे अर्पण मेरे तन मन दिखे मुझको दर्पण दर्पण तेरी सूरत श्याम हो,
ढूंडा सारा गाओ हो
चाहे याहा भी जाऊ
तुझमे खो जाऊ,
मेरे नटखट मोहन तुझे भूल न पाऊ,
अब दूर करो मेरी उल्जन पाउ तुमको हर जन्म जन्म
मेरे घनश्याम हो
ढूंडा सारा गाओ हो
ना श्याम मिले ना बांसुरियां की मीठी तान हो
ढूंडा सारा गाओ हो
This cistern hid narrowly and said,
Your stealing is shyam ho
dhunda sara sing ho
There is neither shyam nor sweet tone of flutes.
dhunda sara sing ho
I want you every moment, come under your shelter,
Whoever sees Shyam, I will become mad.
My body and mind are visible to you, my mirror mirror, your face is dark,
dhunda sara sing ho
Whether I go yaha
get lost in you
I can’t forget you my naughty Mohan,
Now remove my confusion, give you every birth
I am Ghanshyam
dhunda sara sing ho
There is neither shyam nor sweet tone of flutes.
dhunda sara sing ho