दुनिया के कोने कोने में खाटू श्याम का शिका चलता है,
भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे पलता है,
घर घर श्याम की ज्योत जले,
ज्योत से हर इक शोक टले,
भगतो के घर में बाबा की किरपा का दीपक जलता है,
भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे पलता है,
जिस पर एक नजर डाली उसकी ही किस्मत बदल डाली,
पर्थर को परस में देखो ये मोर विनंध बदल ता है,
भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे पलता है,
हर मुश्किल और हर संकट हर संकट भाई हर संकट,
भागते है भगतो डर कर भगतो डर कर,
बाबा का श्याम निशान लेके जब शेरो का झुण्ड निकलता है,
भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे पलता है,
महिमा जो जाने श्याम की श्याम की भाई श्याम की ,
श्याम के श्याम निशान की निशान की भाई निशान की,
वो दीवाना दुनिया में ना शर्मा किसी से डरता है
भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे पलता है,
Khatu Shyam’s victim runs in every corner of the world,
The baby boy of India grows up on the pieces of my shyam,
Shyam’s flame burns from house to house,
Every mourning averted from the flame,
The lamp of Baba’s Kirpa burns in the house of the devotees.
The baby boy of India grows up on the pieces of my shyam,
Whoever had a look changed his own fate,
Look at Parthar in the other side, this peacock changes vindha,
The baby boy of India grows up on the pieces of my shyam,
Every difficulty and every crisis, every crisis, brother, every crisis,
Bhagto runs away in fear, runs away in fear,
When a herd of lions comes out with Baba’s black mark,
The baby boy of India grows up on the pieces of my shyam,
The glory that knows Shyam’s brother Shyam’s brother,
Shyam’s Shyam Nishan’s Nishan’s brother’s Nishan’s,
In that crazy world, no Sharma is afraid of anyone
The baby boy of India grows up on the pieces of my shyam,