प्रथम मनाये गणेश के, ध्याऊ शारदा मात,
मात पिता गुरु प्रभु चरण मे, नित्य नमाऊ माथ॥
गजानंद महाराज पधारो,
कीर्तन की तैयारी है,
आओ आओ बेगा आओ,
चाव दरस को भारी है॥
॥गजानन्द महाराज पधारो..॥
रीद्धी सिद्धी संग आओ विनायक,
देवों दरस थारा भगता ने,
भोग लगावा ढोक लगावा,
पुष्प चढ़ावा चरणा मे,
गजानंद थारा हाथा मे,
अब तो लाज हमारी है,
॥गजानन्द महाराज पधारो..॥
भगता की तो विनती सुनली,
शिव सूत प्यारो आयो है,
जय जयकार करो गणपति की,
म्हारो मन हर्शायो है,
बरसेंगा अब रस कीर्तन मे,
भगतौ महिमा भारी है,
॥गजानन्द महाराज पधारो..॥
गजानंद महाराज पधारो,
कीर्तन की तैयारी है,
आओ आओ बेगा आओ,
चाव दरस को भारी है
First celebrate Ganesha, Dhyau Sharda Maat, Mother father, at the feet of Guru Prabhu, always salute the forehead. Gajanand Maharaj come, Kirtan is ready Come on, come on Chav is heavy to Daras. Gajanand Maharaj come.. Come Vinayak with Riddhi Siddhi, Devon Daras Thara Bhagta, Laga dhoka to enjoy, Flower offering in Charana, In Gajanand Thara Hatha, Now it’s our shame Gajanand Maharaj come.. Bhagta listened to his request, Shiva yarn has come dear, Hail to Ganpati, My mind is happy, Now it will rain in Ras Kirtan, God’s glory is heavy, Gajanand Maharaj come.. Gajanand Maharaj come, Kirtan is ready Come on, come on Chav is heavy to Daras