गाओ रे सब आरती श्याम धनी की,
गाओ रे सब महिमा श्याम धनी की,
गाते है सब देव ऋषि गन जिनकी,
गाओ रे सब आरती श्याम धनी की…..
घतोचकश के प्राण के प्यारे अल्हावती के लाज दुलारे,
खाटू में श्री धाम बनाया दुखन के है ये ही सहारे,
गाओ रे सब आरती श्याम धनी की,
सोने का सिघसन प्यारा फूलो का शिंगार तुम्हारा,
गल मोतियाँ की माला साजे सिर पे चवर डुले अति प्यारा,
गाओ रे सब आरती श्याम धनी की,
केशव के ये है वरदानी लख दात्री शीश के दानी,
शर्मा संजय आये शरण में बल भुधि दीजियो महादानी,
गाओ रे सब आरती श्याम धनी की,
Gao Re Sab Aarti of Shyam Dhani,
Gao re all glory to Shyam Dhani,
Singing all the gods whose sage gun,
Gao Re Sab Aarti of Shyam Dhani…..
Beloved of Ghatochakash’s beloved Alhavati,
Shri Dham was built in Khatu, this is the only support of Dukhan,
Gao Re Sab Aarti of Shyam Dhani,
Your golden sparkle, the sparkle of lovely flowers,
Very lovely,
Gao Re Sab Aarti of Shyam Dhani,
Keshav’s gift is the gift of lakhs,
Sharma sanjay came to the shelter of Bal Bhudhi Dijiyo Mahadani,
Gao Re Sab Aarti of Shyam Dhani,