गोकुल की हर गली में, मथुरा की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ, दुनियाँ की हर गली में
गोकुल गया तो सोचा, माखन चुराता होगा
या फिर कदम के निचे, बंशी बजाता होगा
गुजरी की हर गली में, ग्वालन की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनियाँ की हर गली में
शायद किसी नारि का, चीर बढा।ता होगा
या फिर विष के प्याले को, अमृत बनाता होगा
मीरां की हर गली में, भक्तों की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनियाँ की हर गली में
गोकुल की हर गली में, मथुरा की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनियाँ की हर गली में
Uploaded by : दिनेश स्वामी
कालेज के पिछे , सुजानगढ, चुरु, राजस्थान , ३३१५०७
In every street of Gokul, in every street of Mathura
I find Kanha, in every street of the world
If I went to Gokul, I thought, I must have stolen the butter.
Or under the steps, the banshee will be playing
In every street of Gujari, in every street of Gwalan
I find Kanha in every street of the world
Maybe some woman, the rag will increase.
Or will make the poison cup, nectar
In every street of Miraan, in every street of devotees
I find Kanha in every street of the world
In every street of Gokul, in every street of Mathura
I find Kanha in every street of the world
Uploaded by : Dinesh Swamy