हर बार मैं खुद को लाचार पाता हु
तेरे होते क्यों बाबा मैं हार जाता हु
हर बार मैं खुद को लाचार पाता हु
हर कदम पे क्या यु ही मैं ठोकर खाउगा
बस इतना केह दे क्या मैं जीत न पाउगा
तेरी चोकठ पे मैं क्या बेकार आता हु
हर बार मैं खुद को लाचार पाता हु
क्यों आपने वाधे को तू भुला दिकरा है
हारा हुआ ये सेवक चरणों में पसरा है
तेरा वाधा याद दिलाले तेरे दरबार आता हु
हर बार मैं खुद को लाचार पाता हु
मेरे साथ खड़ा हो जा बस इतना ही चाहू
जीवन की बाजी फिर मैं हार नही पाऊ,
अरमा ये हर्श लिए दरबार आता हु
हर बार मैं खुद को लाचार पाता हु
every time i find myself helpless
Baba why do I lose because of you?
every time i find myself helpless
Will you stumble at every step?
Just say so, can I not win?
What waste do I come to your chokehold?
every time i find myself helpless
why have you forgotten the promise
This lost servant is spread at his feet
I am coming to your court to remind you of your promise.
every time i find myself helpless
just stand by me
I can’t lose the battle of life again,
Arma come to the court for this joy
every time i find myself helpless