हंसलो मित्र कोनी थारो

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हंस्लो मित्र कोनी थारो ए भोली काया
तू जाणे काया में ठग राख्यो
यो हंस्लो आप ठगोरो ए

अमर लोक से आयो म्हारो हंसलो
यो आयो अखन कंवारो
इ हंसले न ब्याह रचायो
यो ही है पिव तिहारो ए भोली काया

काढ र ल्याई कढाय कर ल्याई
फिर फिर ल्याई र उधारो
इ हंसले न कदे न भूखो राख्यो
सूंप दियो घर सारों ए भोली काया

जळ गया तेल बुझ गयी बतिया
मन्दरिया म भयो अंधियारो
ले दिवलो म घर घर डोली
मिल्यो कोनी तेल उधारो ए भोली काया

दो दिन या चार दिन को पावणों
यो लाद चल्यो बिणजारो
तू कहे हंसा संग चलूँगा
छोड़ चल्यो मझधारो ए भोली काया

उड़ गया हंस या टूट गयी टाटी तो
माटी म मिल गयो गारो
कहत कबीर सुणो भाई साधू
निकल गयो बोलण हारो ए भोळी काया
हंस्लो मितर कोनी थारो।।

Hanslow friend Kony Tharo a naive physique
You know how to be a thug
Yo laugh you thugoro a
Come from immortal lok to laugh
yo ayo akhan kanwaro
don’t get married
Yo Hi Hai Piv Tiharo e Bholi Kaya
How to do it
then borrow again
Don’t laugh, don’t starve
Sump Diyo Ghar Saron e Bholi Kaya
extinguished oil
I am afraid of darkness
Le Divalo Me Ghar Ghar Doli
Milyo koni oil borrow a naive body
holy for two days or four days
Yo Lad Chalyo Binjaro
You say I will go with laughter
Chhod chalyo majdharo e naive kaya
If the swan has flown or if the tummy is broken
Mil Gayo Garo in the soil
Kahat Kabir listen brother sadhu
Nikkal Gayo Bolan Haro A Bholi Kaya
Hanslo Miter Koni Tharo..

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