हे भय भंजन जन सुख रंजन:
हे भय भंजन जन सुख रंजन,
समय की यहीँ पुकार,
संजीवनी लाओ फिर इक बार,
हे भय भंजन——
कोरोना संकट है अति भारी,
वैश्विक बिपदा जटिल बिमारी,
लाय संजीवनी प्राण बचाओ,
मचा है हाहाकार,
संजीवनी लाओ फिर इक बार,
हे भय भंजन——
हे महावीर विक्रम बजरंगी,
तुम बिनु और कोऊ ना संगी,
धाय धवल गिरि बूटी लाओ,
सुन लो करुण पुकार,
संजीवनी लाओ फिर इक बार,
हे भय भंजन——
नासो रोग हरो सब पीरा,
हे दुःख भंजन हनुमत वीरा,
तोहें शपथ श्री रघुनाथ की,
सकल जग कर उद्धार,
संजीवनी लाओ फिर इक बार,
हे भय भंजन——–
Hey Fear Bhanjan Jan Sukh Ranjan:
O fear-broker, Jan Sukh Ranjan,
Here’s the call of time,
Bring Sanjeevani once again,
hey fear ——
Corona crisis is very heavy,
global catastrophe complex disease,
Lai Sanjeevani save life,
There is an outcry,
Bring Sanjeevani once again,
hey fear ——
Hey Mahavir Vikram Bajrangi,
You are binu and cou na sangee,
Bring Dhaval Giri Booti,
Hear the call of compassion,
Bring Sanjeevani once again,
hey fear ——
Naso disease Haro Sab Pira,
O sorrow-broker Hanumat Veera,
So the oath of Shri Raghunath,
total awakening,
Bring Sanjeevani once again,
Hey fear break——–