हे गोपाल राधा कृष्ण गोविंद गोविंद कृष्ण,
गोविंद गोविंद कृष्ण गोविंद गोविंद,
रसना पे अगर तेरा नाम रहे जग में फिर नाम रहे ना रहे,
मन मंदिर में मेरा श्याम रहे झुठा संसार रहे ना रहे,
दिन रैन हरि का ध्यान रहे कोई ओर फिर ध्यान रहे ना रहे,
तेरी कृपा का अभिमान रहें कोई ओर अभिमान रहें ना रहे ,
हे गोपाल राधा कृष्ण गोविंद गोविंद कृष्ण,
गोविंद गोविंद कृष्ण गोविंद गोविंद,
मेरा यार नंद नंदन हो चुका है वह जा हो चुका है जिगर हो चुका है,
ये सच जानिये जो भी बतला रहा हूँ,जो कुछ पास था वह नजर हो चूका है
जगत की सभी खुबिया मैंने छोड़ी जो दिल था इधर अब उधर हो चुका है,
वो उस मस्त की खुद ही लेता खबर है जो उसके लिए बेखबर हो चुका है ,
हे गोपाल राधा कृष्ण गोविंद गोविंद कृष्ण,
गोविंद गोविंद कृष्ण गोविंद गोविंद,
Hey Gopal Radha Krishna Govind Govind Krishna,
Govind Govind Krishna Govind Govind,
If your name remains on Rasna, then your name will not remain in the world,
May my shyness remain in the temple of the mind, the false world should not remain,
Take care of Rain Hari every day and no one else should care,
Be proud of your grace, don’t be proud of anyone else,
Hey Gopal Radha Krishna Govind Govind Krishna,
Govind Govind Krishna Govind Govind,
My friend has become Nandan, he is gone, liver is done,
Know this truth, whatever I am telling, whatever was near has been seen
I left all the beauty of the world, the heart that was here has now gone there,
He himself takes the news of the person who has become oblivious to him.
Hey Gopal Radha Krishna Govind Govind Krishna,
Govind Govind Krishna Govind Govind,