इन्तजार करती मेरी राखी कान्हा तेरी कलाही का

IMG 20220821 WA0010

पनघट पर खड़ी अकेली रस्ता देखु भाई का,
इन्तजार करती मेरी राखी कान्हा तेरी कलाही का,
आजा रे कान्हा आजा रे आ,

बरसो से है ये तमना तेरे जैसा हो भाइयाँ,
आसमा के करते कोई लाल मुझे बोले मियां,
ना जानू तू कब आएगा कब होगा असर दुहाई का,
इन्तजार करती मेरी राखी कान्हा तेरी कलाही का,
आजा रे कान्हा आजा रे आ,

जब जब तेरी याद सताये दिल मेरा भर आता है,
दिल से मेरी निकले हाय जे पल मुझे सताता है,
करू सामना तू बतला मैं कैसी इस सचाई का,
इन्तजार करती मेरी राखी कान्हा तेरी कलहाइ का,
आजा रे कान्हा आजा रे आ,

माथे पर जब तिलक करो तो चेहरा देखूँगी तेरा,
मैं भी सब से यही कहु गी कान्हा भाई है मेरा,
या नरसी को भेज कन्हियान फर्ज निभाए भाई का,
इन्तजार करती मेरी राखी कान्हा तेरी कलहाइ का,
आजा रे कान्हा आजा रे आ,

Look at the lonely path standing on the waterfall, brother’s,
My Rakhi Kanha waits for your Kalahi,
Aaja re kanha aaja re aa,

It’s been a long time to be like you brothers,
Somebody said to me, Mian, while doing Asma.
I don’t know when you will come, when will the effect of crying,
My Rakhi Kanha waits for your Kalahi,
Aaja re kanha aaja re aa,

Whenever my heart is filled with your memory,
My nikle hi je moment from my heart hurts me,
Let me face you, how do I face this truth?
My Rakhi Kanha waits for your discord,
Aaja re kanha aaja re aa,

When you do tilak on your forehead, I will see your face.
I will also say this to everyone, Kanha is my brother,
Or send Narsi to Kanhiyan to fulfill the duty of brother,
My Rakhi Kanha waits for your discord,
Aaja re kanha aaja re aa,

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *