भक्तो के कारण की सुन है पहचान हमारी,
इस दुनिया में भक्त बड़ा ये बोले श्याम बिहारी,
मोर पंख को चुनचुन कर वे जंगल से वो लाते है,
मोर मुकट को बन के वो अपने हाथ सजाते है,
भक्ति की शक्ति पे हारे बड़े बड़े बलकारी,
इस दुनिया में भक्त बड़ा ये बोले श्याम बिहारी,
भक्तो ने भगवान से सुन लो दिल का नाता तोडा है,
तुम से भी जे तेज ढोता भक्त के मन का घोडा है,
जिस ने मन को जीत लिया जीत ली है दुनिया सारी,
इस दुनिया में भक्त बड़ा ये बोले श्याम बिहारी,
जब तक श्रदा भगति जिस में जिसे शुद चरित्र है,
श्याम कुंड में नहाये न नहाये हर दम वो पवित्र है,
भक्ति के कारण लाखो की नैया पार उतारी,
इस दुनिया में भक्त बड़ा ये बोले श्याम बिहारी,
अब मानी अज्ञानी प्राणी लगते न मुझको प्यारे,
तीन लोक सारी श्रिस्टी में बड़े है भगत हमारे,
सितु सांवरिया श्याम दयालु दानी और आज्ञाकारी,
इस दुनिया में भक्त बड़ा ये बोले श्याम बिहारी,
Listening to the cause of the devotees is our identity,
In this world, a big devotee said Shyam Bihari,
They pick up the peacock feather and bring it from the forest,
He decorates his hands by making a peacock crown,
Big forces lost on the power of devotion,
In this world, a big devotee said Shyam Bihari,
Listen to God, the devotees have broken the ties of the heart,
The one who carries faster than you is the horse of the devotee’s mind,
The one who has conquered the mind has conquered the whole world,
In this world, a big devotee said Shyam Bihari,
As long as Shraddha Bhagati who has pure character,
Do not bathe in Shyam Kund, it is pure at all times.
Due to devotion, the boat of millions was crossed,
In this world the big devotee said Shyam Bihari,
Now believe that ignorant creatures do not seem dear to me,
Bhagat is our elder in all the three worlds,
Situ Saawariya Shyam Kind-hearted and obedient,
In this world the big devotee said Shyam Bihari,