इतना ना सज मेरे बाबा तू नजर लग जाएगी नजर लग जाएगी,
गेरो की हम क्या कहे नजर अपनों की तुझे लग जाएगी,
सावल सा मुखड़ा तेरा सरकार नजर न हटती हम देखे जितनी बार,
फूलो का हार जैसे बहार अरे बांका जो चोला पहना है सोना चाँदी कख नहीं,
इतना ना सज मेरे बाबा……
कुछ कह ले कुछ करले ये संसार हम प्रेमी है तेरे लखदातर,
तू जान ले ये मान ले जो तू न हम को तारे गा ये दोष हमारे सर नहीं,
इतना ना सज मेरे बाबा……..
जो भी आता बाबा के दरबार खाली न रहता भर जाता भंडार,
जबसे हारे है हम तुम्हारे है,राधा को अपनले तू ज़िंदगी मेरी भी सवर जाएगी,
इतना ना सज मेरे बाबा
Don’t be so adorned, my baba, you will be seen,
What do we say, you will see your loved ones,
Saval sa mukhda, your government does not lose sight, as many times as we see,
The necklace of flowers is like a bounty, the one who is wearing a chola is not gold, silver,
Don’t dress so much my baba……
Say something, do something, this world we are lovers
You know and believe that you do not give us stars, this fault is not our head,
Don’t dress so much my baba…….
Whoever comes, Baba’s court does not remain empty, the store gets filled,
Since we are your losers, you will love my life by adopting Radha.
Don’t dress so much my baba