जब जब फागुन आये हवाएं गुण गुनाये मन में उमंग जगाये,
चालो चाले बाबा जी को द्वार,
श्याम का मेला आया है,
ये संदेसा लाया है,
मेले में जाने को सब हो जाओ त्यार,
देखो कोई रह नहीं जाए हवाएं गुण गुनाये,
मन में उमंग जगाये,
चालो चाले बाबा जी को द्वार,
फागुन मस्त महीना है श्याम प्रभु से मिलना है,
अपने अपने दिल सुनए गे हम हाल,
रंग अभीर उड़ाए हावे गुण गुनाये,
मन में उमंग जगाये,
चालो चाले बाबा जी को द्वार,
श्याम ध्वजा लहराए गे प्रेम सुदा बरसाए गे.
बाबा के मंदिर में लग जाए कतार,
रील मिल रंग जमाये हवाएं गुण गुनाये,
मन में उमंग जगाये,
चालो चाले बाबा जी को द्वार,
Whenever the wind blows, when the wind blows, the virtues of the guna rise in the mind,
Let’s go to Baba ji’s door,
Shyam’s fair has come,
This message has been brought
Get ready to go to the fair,
Look, no one is left, the winds multiply,
Awaken the spirit in the mind,
Let’s go to Baba ji’s door,
Phagun is a cool month, to meet Shyam Prabhu,
We will listen to our own hearts,
Let the colors fly away, let the virtues multiply,
Awaken the spirit in the mind,
Let’s go to Baba ji’s door,
Shyam flag will be waved, love will be showered.
There should be a queue in Baba’s temple,
Let the reel mill paint the winds, multiply the virtues,
Awaken the spirit in the mind,
Let’s go to Baba ji’s door,