जब से मथुरा मे मेरा आना जाना हुआ
सँवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
ऐसा मटकी से माखन चुराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
तीखे नैना सँवारे के करे है मेरे दिल पे जादू टोना
जब से बजाई प्यारी बंसी नाचे है मथुरा का कोना कोना
प्यारी बंसी का जब बजाना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
सांवरी सुरतिया प्यारी प्यारी है देखी मैंने जब से गिरधर की,
चैन चुरा के ले जाती है बाते मीठी मुरली धर की
जब से गोकुल में गईया चराना हुआ
संवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ
Ever since my visit to Mathura
Since then I have been crazy about the grooming
This is how butter was stolen from the pot
Since then I have been crazy about the grooming
Sharp Naina has done witchcraft on my heart.
Every corner of Mathura has been dancing ever since
when the lovely bansi is played
Since then I have been crazy about the grooming
Saanwari suratia is lovely, since I saw Girdhar,
Takes away the sweetness of Murli Dhar
Ever since Gaya grazed in Gokul
Since then I have been crazy about the grooming