जहां भुत प्रेत से भक्तो को मिलता छुटकारा,
ये है मेहंदीपुर वाला ये है घाटे वाला,
सारी दुनिया में ही अलबेला ये धाम निराला,
ये है मेहंदीपुर वाला ये है घाटे वाला,
भुत प्रेत थर थर कांपे बाला जी के नाम से,
रोग भय दूर से कांपे बाला जी के धाम से,
भूतो का थाने दार सारे जग का रखवाला,
ये है मेहंदीपुर वाला ये है घाटे वाला,
प्रेतराज भेरो संग में बाला जी विराजे है,
सिंदूरी चोला तन पे बाला जी के साजे है,
माँ अंजनी का है लाल प्रभु श्री राम का प्यारा,
ये है मेहंदीपुर वाला ये है घाटे वाला,
इक बार जो भी बाबा दर पे तेरे आता है,
दुःख दूर होते पल में मुरादे वो पाता है,
श्री बाला जी के नाम का है लगता जैकारा,
ये है मेहंदीपुर वाला ये है घाटे वाला,
Where the devotees get rid of the ghosts,
This is Mehandipur, this is the loser.
Albela in the whole world, this dham is unique,
This is Mehandipur, this is the loser.
In the name of Bhoot Pret Thar Thar trembled Balaji,
The fear of disease trembled from afar from the abode of Balaji,
The keeper of the whole world, the police station of ghosts,
This is Mehandipur, this is the loser.
Balaji is seated in Pretraj Bhero Sang,
Sindoori Chola is like a tan pe Balaji,
Mother Anjani is dear to Lord Shri Ram,
This is Mehandipur, this is the loser.
Once, whoever comes to you at Baba’s door,
In the moment the sorrow goes away, he gets his wishes,
Jakara seems to be the name of Shri Balaji.
This is Mehandipur, this is the loser.