जय बोलो सतगुरु साईं की साईं कृष्ण राम रघुराई की
बर्मा विष्णु शंकर जिनमे आधी अनाधि निरंतर जिन में
ऋषि मुनि शरनाई की
जय बोलो सतगुरु साईं की साईं कृष्ण राम रघुराई की
लक्श्मी शारदा काली जिनमे आंबे शेरोवाली जिन में,
छवि दीखे महामाई की
जय बोलो सतगुरु साईं की साईं कृष्ण राम रघुराई की
धरती वायु अम्बर जिनमे नदियाँ झरने सागर जिनमे
सब में ज्योत है साईं की
जय बोलो सतगुरु साईं की साईं कृष्ण राम रघुराई की
ज्ञान दयान और भगती जिनमे पुण्ये धर्म और मुक्ति जिनमे
भव तारक फल दयाक की
जय बोलो सतगुरु साईं की साईं कृष्ण राम रघुराई की
Say Jai to Satguru Sai Sai Krishna Ram Raghu Rai
Burma Vishnu Shankar, in whom half the period of continuous gin
Rishi Muni Sharnai’s
Say Jai to Satguru Sai Sai Krishna Ram Raghu Rai
Laxmi Sharda Kali in which Ambe is in Sherowali Gin,
Image of Dikhe Mahamayi
Say Jai to Satguru Sai Sai Krishna Ram Raghu Rai
earth air amber in which rivers springs ocean in which
There is a light in all of Sai.
Say Jai to Satguru Sai Sai Krishna Ram Raghu Rai
Gyan Dayan and Bhagati in whom virtuous religion and liberation
Bhava tarak fruit dayak ki
Say Jai to Satguru Sai Sai Krishna Ram Raghu Rai