जय माँ ब्रह्मचारिणी, ब्रह्मा को दिया ग्यान।
नवरात्रे के दुसरे दिन सारे करते ध्यान॥
शिव को पाने के लिए किया है तप भारी।
ॐ नमो शिवाय जाप कर शिव की बनी वो प्यारी॥
भक्ति में था कर किया कांटे जैसा शरीर।
फलाहार ही ग्रहण कर सदा रही गंभीर॥
बेलपत्र भी चबाये थे मन में अटल विशवास।
जल से भरा कमंडल ही रखा था अपने पास॥
रूद्राक्ष की माला से करूँ आपका जाप।
माया विषय में फंस रहा, सारे काटो पाप॥
नवरात्रों की माँ, कृपा करदो माँ।
जय ब्रह्मचारिणी माँ, जय ब्रह्मचारिणी माँ॥
Jai Maa Brahmacharini, the knowledge given to Brahma.
Do all meditation on the second day of Navratra.
To get Shiva, you have done heavy penance.
She became the beloved of Shiva by chanting Namo Shivaay.
The body was like a thorn in devotion.
Always been serious by taking only fruit food.
Bel leaves were also chewed. I had unshakable faith in my mind.
Keep a kamandal full of water with you.
Let me chant you with a rosary of Rudraksha.
Got stuck in the subject of Maya, cut off all sins.
Mother of Navratras, please mother.
Jai Brahmacharini Maa, Jai Brahmacharini Maa