जैसा चाहे मुझे समझना बस तुझसे है बाबा इतना कहना,
मांग ने की आदत जाती नहीं बाबा,
तेरे आगे लाज मुझे आती नहीं,
बड़े बड़े पैसे वाले भी तेरे द्वारे आते है,
मुझको ये मालुम है वो भी तुझसे मांग ले खाते है,
तुझसे मांगने में इज्जत जाती नहीं,
तेरे आगे लाज मुझे आती नहीं,
तुझसे बाबा शर्म करू तो और कहा मैं जाऊ गा,
मैं तेरे परिवार का खर्चा बोल कहा से लाउगा,
दुनिया तो बिगड़ी बनती नहीं बाबा,
तेरे आगे लाज मुझे आती नहीं,
तू ही करता मेरी चिंता खूब गुजरा चलता है,
कहे पवन तुझसे जयदा कोई नहीं कर सकता है,
झोली हर कही फेहलाई जाती नहीं,
तेरे आगे लाज मुझे आती नहीं,
Whatever you want to understand me, it is only for you, Baba, to say this much,
Baba does not get used to demanding
I do not feel ashamed in front of you,
Even those with big money come through you,
I know this, he also takes demands from you,
There is no respect in asking you,
I do not feel ashamed in front of you,
If I am ashamed of you Baba, where else shall I go?
From where will I get the expenses of your family,
The world doesn’t get spoiled, Baba.
I do not feel ashamed in front of you,
You only worry about me a lot,
Say the wind no one can do more than you,
The bag is not carried everywhere,
I do not feel ashamed in front of you,