जी करदा मेरा दातिये नाच नाच ख़ुशी मनावा॥
पैरा विच पैरा विच पाके घुंगरू मैं जोगन बन जावा॥
मस्सा मस्सा भागा वाली रात आज आईऐ
कोई मेरी सुख जो कीती महा मैय ऐ
क्यों ना अपने नाल में सब नु आज नचावा,
पैरा विच पैरा विच पाके घुंगरू…….
वेहड़े विच आज मेरे वजिया शेहनाइया ने
बार बार संगता दिंदिया वधाईआ ने
वेख के लगिया रोनका दिल दिया भी गावा
पैरा विच पैरा विच पाके घुंगरू…….
शेरा वाली आप अई घर मेरे चल के,
मैं ता मजबूर वी ना करा रजके,
क्यों ना अपने नाल में सब नु आज नचावा,
पैरा विच पैरा विच पाके घुंगरू…….
I want to celebrate my Datiye dance dance happily.
I become a jogan by getting the ghungru in my feet.
The night of the wart wart ran away came today
Someone who has done my happiness is Maha Maiy
Kyon Na Apne Naal Mein Sab Nu Aaj Nachawa,
Para vich para vich paake ghungroo.
In the yard today are my wajiya shehnaiya
Repeatedly accompanied by congratulations
Vekh ke lagiya ronka dil diya bhi gawa
Para vich para vich paake ghungroo.
Shera Wali Aap Aayi Ghar Mere Chal Ke,
Main Ta Majboor Vi Na Kara Rajke,
Kyon Na Apne Naal Mein Sab Nu Aaj Nachawa,
Para vich para vich paake ghungroo.