फेरे है माला राम की,
जपे राम जी का नाम सुबहो शाम ,
सेवक प्यारा बजरंगी,
फेरे है माला राम की
राम की आँखों का तारा है भरत समान दुलारा है,
रोम रोम में राम वसे राम ही काज स्वारा है,
नाचे है नो नो काल भी माँ अंजनी का लाल जी,
हाथो में लेकर ताल सेवक प्यारा बजरंगी,
जपे राम जी का नाम सुबहो शाम ,
सेवक प्यारा बजरंगी,
संजीवन बूटी लाये है लक्षमण के प्राण बचाये है,
साथ समंदर पार किया सोने की लंका जलाये है,
राम की सेवा करते है,ध्यान राम का धरते है,
करे राम जी की महिमा बखान सेवक प्यारा बजरंगी,
जपे राम जी का नाम सुबहो शाम ,
सेवक प्यारा बजरंगी,
सारे यहां में न दूजा वीर बलि हनुमत जैसा,
कभी न होगा दुनिया में सेवक बजरंगी जैसा,
भगतो का ये रखवाला है संकट हरने वाला है,
रखे भगतो का समान,सेवक प्यारा बजरंगी
जपे राम जी का नाम सुबहो शाम ,
सेवक प्यारा बजरंगी,
The round is the rosary of Ram,
Chant Ram ji’s name in the morning and evening,
Servant lovely Bajrangi,
phera hai mala ram ki
The apple of Rama’s eyes is like Bharata’s darling,
In Rome Rome, only Ram is Kaj Swara,
Naache hai no no kaal bhi maa anjani ka lal ji,
Taking Tal Sevak in his hands, lovely Bajrangi,
Chant Ram ji’s name in the morning and evening,
Servant lovely Bajrangi,
Has brought Sanjeevan Booti, has saved Lakshman’s life,
Having crossed the sea with you have lit the golden Lanka,
Serves Ram, takes care of Ram,
May the glory of Ram ji be praised, the servant dear Bajrangi,
Chant Ram ji’s name in the morning and evening,
Servant lovely Bajrangi,
Do not worship heroic sacrifices like Hanumanat all here,
There will never be a servant like Bajrangi in the world,
This is the keeper of the gods, the crisis is about to be defeated,
Be like a devotee, the servant lovely Bajrangi
Chant Ram ji’s name in the morning and evening,
Servant lovely Bajrangi,