कब से पुकारू नाम तुम्हारा अब न देर लगा
सांवरियां आ जा ना सांवरिया आ जा ना
कब से पुकारू नाम तुम्हारा अब न देर लगा
तेरे रहते हार रहा मैं ऐसा न दस्तूर तेरा,
इक नजर बस कर दे दया की बालक है मजबूर तेरा
पगड़ी तेरे द्वार पे खोली सिर पे हाथ फिरा
सांवरियां आ जा ना सांवरिया आ जा ना
टूट न जाए जीव सास का बड़ा ही कचा बंदन है
रीतुये बदले हर पखवडे इन आँखों में सावन है
आस तेरी विश्वाश तेरा है
अब मत न तडपा
सांवरियां आ जा ना सांवरिया आ जा ना
हार गया रिश्ते नातो से हार गया मोह माया से
गठरी सांसारिक है भारी सेहन न होता काया से
निर्मल की शक्ति बन के तू हिवडे ज्योत जगा
सांवरियां आ जा ना सांवरिया आ जा ना
Since when will I call your name now it is not too late
Saawariya aa ja na saawariya aa ja na
Since when will I call your name now it is not too late
I’m losing in your life, I’m not like your custom,
Just have a look, the child of mercy is your compulsion
The turban opened at your door.
Saawariya aa ja na saawariya aa ja na
Do not break, the mother-in-law’s mother-in-law is a very raw bandana.
Every fortnight changed the rituals, there is a savan in these eyes
hope is your faith
don’t bother now
Saawariya aa ja na saawariya aa ja na
Lost relationship with Nato, lost love with Maya
The bale is worldly, heavy consumption is not done by body
By becoming the power of the pure, you wake up the Hivde Jyot.
Saawariya aa ja na saawariya aa ja na