कंदा नाल गल्ला करां, सांवरे मैं तेरियां,
ज़िन्द मुक गयी, गल्ला मुकियां ना मेरियां
हो, सारी सारी रात मैनू नींद ना आवे,
प्यारे याद तेरी बहुत सतावे,
हो, गमां दियां रातां दाता , लम्बियां लम्बेरियाँ
ज़िन्द मुक गयी, गल्ला मुकियां ना मेरियां…
हो, कोठे चढ़ चढ़ काग उडावां ,
श्याम सुंदर तेरी बाट निहारां,
हो, मेरी वारी हुन लाईयां कानू दरियां
ज़िन्द मुक गयी, गल्ला मुकियां ना मेरियां…
हुन वी ना आये प्यारे, फिर कदों आओगे,
असी वी नी रहना किस्नूं अपना बनाओगे,
हो, पीछे रह जानगियाँ मिटटी दियां ढेरियाँ ,
ज़िन्द मुक गयी, गल्ला मुकियां ना मेरियां…
Kanda Naal Galla Karan, Saanware Main Teriyan,
My life was over, my words were not over
Ho, sari sari raat mainu neend na aave,
Pyaare Yaad Teri Bahut Satave,
Ho, the nights of sorrow, O Giver, are long and long
Zind Muk Gayi, Galla Mukiyaan Na Meriyan.
Ho, Kothe Chad Chad Kaag Udawan ,
Shyam Sundar Teri Baat Niharan,
Ho, my turn now brings the Kanu rivers
Zind Muk Gayi, Galla Mukiyaan Na Meriyan.
Hun vi na aaye pyare, phir kadon aaoge,
We won’t be there, who will you make your own,
Ho, peeche rah jaangiyan mitti diyan dheriyan ,
Zind Muk Gayi, Galla Mukiyaan Na Meriyan.