तूने ओ कन्हैया कैसा जादू किया
कान्हा कान्हा बोले भक्तों का जिया
बांसुरी बजा के ये क्या किया… ओ कन्हैया
ओ मेरे भगवन तुम बिन जीवन जैसे बिन प्राणो के हो तन
तेरी माया में तेरी छाया में करता रहूं मैं तेरा सुमिरन
तू ही मेरी बाटी तू ही दिया ओ कन्हैया
राधा ने नचाया मीरा ने बुलाया कर्मा का भोग है खाया
प्रेम के वश में रुका ना कन्हैया झट से तू दौड़ा चला आया
अपना बना के सब दे दिया ओ कन्हैया
दास बना के चरणों से लगा के तूने मुझे जीना सिखाया
तेरे ही नज़ारे देखू में तो सारे तू ही मुझे जग में भाया
अनिल कहें भक्तों पे कर दे दया ओ कन्हैया
तूने ओ कन्हैया कैसा जादू किया ………..
What magic did you do O Kanhaiya?
Kanha Kanha said the life of the devotees
What did you do by playing the flute… O Kanhaiya
oh my god you are like life without life
In your shadow, in your Maya, I keep on loving you.
Tu Hi Meri Baati Tu Hi Diya O Kanhaiya
Radha danced Meera called Karma’s enjoyment and ate
Don’t stop under the control of love, Kanhaiya hastily you run away
O Kanhaiya
Became a slave, felt that you taught me to live
I only liked you in the world.
Say Anil, please do mercy on the devotees, O Kanhaiya
What magic did you do O Kanhaiya………..