जब बाजे तू दिल में जखम करी रे
कान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,
बजती है जब जब ये यमुना के तट पे
लागे हिथोड़ा सा हिरदये के पट पे
मेरे सांसो की धडकन ये कम करी रे
कान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,
मधुवन में भजति है जब ये मुरली
मदहोश हो जाती भवरे और तितली
ये कोयल की दिल को बेदम करी रे
कान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,
जब तेरी मुरली पनघट पे बाजे
मतवाला होके अनाडी भी नाचे
ये अरमान दिलके गरम करी रे
कान्हा तेरी बंसुरिया जुलम करी रे,
When you hurt my heart
Kanha Teri Bansuriya Julam Kari Re,
It rings when it is on the banks of Yamuna
Lage hithoda sa hirdaye ke paat pe
My breath beats this less
Kanha Teri Bansuriya Julam Kari Re,
There is hymn in Madhuvan when this murli
Bhavre and Butterfly get drunk
Yeh cuckoo ki heart ko breathless curry
Kanha Teri Bansuriya Julam Kari Re,
Jab teri murli panghat pe baje
Being drunk, even the clumsy danced
Yeh armaan dilke garam curry re
Kanha Teri Bansuriya Julam Kari Re,