कान्हा मेरी बाइयाँ को यू न मरोर
मटकी न फोड़ माखन खिलाउंगी
बाइयाँ न छोड़ी मेरी मटकी जो फोड़ि
देखेंगे लोग मैं भी इक रोज मैया को बताऊँगी,
काली गोहरी कपिला गाये का दूध मैंने मंगवाया,
दूध जामा कर दही बिलोकर माखन खूब बनाया
मैंने प्रेम से उसे निकाल कर माखन में मिश्री डालके,
लेके तेरा नाम सुबह और शाम वृन्धावन जाऊगी,
कान्हा मेरी बाइयाँ को यू न मरोर……..
गोकुल के गवालो को लेकर वृन्धावन में आना,
माखन मिश्री खा कर कान्हा एक पहर रुक जाना,
चांदनी सी भीगी रात में सखियाँ भी होंगी साथ में,
तेरे संग श्याम वृन्धावन धाम रास रचाऊ गी माखन गिराऊ गी.
कान्हा मेरी बाइयाँ को यू न मरोर….
माखन के लालच में कही पकडे ना जाना,
बेस बना कर मेरी सखी का तुम बरसाने आना,
मुझे को डर लागे गाव का वैरी ना हो जाये श्याम का,
मेरी घनश्याम आजा मेरे गाव अखिय विछु गी,
शुबाश शर्मा ने लिखे कान्हा तेरे बोल बड़े अनमोल संजना सुनाये गी,
तेरे गुण गए गी,
कान्हा मेरी बाइयाँ को यू न मरोर
Kanha don’t kill my baiyan
I will not break the pot and feed butter
The left ones don’t leave my pot which burst
Will see people, I will also tell Maya one day,
I ordered the milk of Kali Gohri Kapila Cow,
Made a lot of butter by pouring curd after collecting milk
I took it out with love and put sugar candy in the butter,
But your name will go to Vrindavan in the morning and evening.
Kanha don’t you die for my daughters……..
Coming to Vrindavan with the cowherds of Gokul,
After eating Makhan Mishri, Kanha stopped for a while,
Even in the moonlit night, there will be friends together,
Shyam Vrindavan Dham Raas Rachau gi Makhan will fall with you.
Kanha don’t you die for my daughters….
Don’t get caught in the greed of butter.
By making a base, you come to shower my friend,
I should not be afraid of the village’s enemy, Shyam’s,
My ghanshyam aaja my village akhiy vichu gi,
Shubash Sharma wrote Kanha Tere Bol Bade Anmol Sanjana will be recited,
Your virtues are gone
Kanha don’t kill my baiyan