कर्मा वाला जनम तू पाया,
व्यर्थ गवा न पराणी चार दिन की ये जिंदगानी,
फिर तेरी ख़त्म कहानी,
माँ बेहन भी बी और बंधू झोठे है सब रिश्ते,
काल समाये का आये का कब टूटे गे सब रिश्ते,
साथ न देगा धन और सोना गल हो गी ज़ंजीर पुरानी,
कर्मा वाला जनम तू पाया……
हाथ गुनाहों से रंगे है और हुआ मन काला,
लाख छुपा कर पाप करे तू देखे गा देखने वाला,
दे न धोखा खुद को बन्दे कर न नादानी,
कर्मा वाला जनम तू पाया…..
लाख चुरासी कट ना सके गी सब न हो गुरु का साथ,
नाम प्याला पे के बंदे हो गा यम से आजाद,
मेहता गुरु है अमृत सरोवर मन निर्मल श्याम सुहानी,
कर्मा वाला जनम तू पाया…..
You got the birth of karma,
Do not waste this life of four days in vain,
Then your ending story,
Mother Behen is also Bi and brothers are false, all relationships,
When will the time come when all the relationships will be broken,
Money and gold will not support you, the chain will become old,
You got the birth of karma……
The hands are colored with sins and the mind is black,
You commit sin by hiding lakhs, you will see and see,
Don’t deceive yourself, don’t be ignorant,
You got the birth of karma…..
Lakhs of steals could not be cut, not everyone should be with the Guru,
Naam Pyala Pe Ke Bande Ho Ga Yama Se Azad,
Mehta Guru is Amrit Sarovar Man Nirmal Shyam Suhani,
You got the birth of karma…..