करुणानिधान मोपे कृपा कर रिझिए,
बृज में बसाके मोहे सेवा सुख दीजिए
प्रेम से भरदो मन, गाउँ तेरे भजन,
रटूं तेरा नाम, मैं आठों याम
भाव भरे भूषणो से आपको सजाऊँ मैं,
नितनव् भोज निज हाथों से पवाऊं मैं
करो जब तुम शयन, दाबू तुमरे चरण,
रटूं तेरा नाम, मैं आठों याम
जब भी विहार करो, प्यारी संग सांवरे,
फूल बन जाऊं जहां, धरो तुम पाँव रे
बनके शीतल पवन छू लूँ तेरा बदन,
रटूं तेरा नाम, मैं आठों याम
तुम्हे देख जीऊं तुम्हे देख मर जाऊं मैं,
जनम जनम तेरा दास ही कहाऊं मैं
रख लो अपनी शरण, करदो मन में रमन,
रटूं तेरा नाम, मैं आठों याम
Karunanidhan Mope please stay away,
Give pleasure to those who live in Brij
Fill your mind with love, sing your hymns,
I cry your name, I am eight
Let me decorate you with sentimental ornaments,
Let me get the daily dinner served with my own hands.
Do when you sleep, dabu at your feet,
I cry your name, I am eight
Whenever you walk, you are beautiful with your beloved,
Where I become a flower, stay where you are
Become a cold wind and touch your body,
I cry your name, I am eight
I live seeing you, I will die seeing you,
Janam janam tera slave where can I say
Keep your refuge, do Raman in your mind,
I cry your name, I am eight