खाटू के बाबा श्याम,सबसे दिफ्फ्रेंट है
भगतों के मुख पे नाम,इनका परमानेंट है
घूम लेना दुनिया यार,मिलेगी ऐसी न सरकार
बिन माँगे ही जो कर दे,सबका हर सपना साकारा
सुनता सभी के काम,ऐसा प्रेसिडेंट है
जो माँगो दे देता है,ऐसा सच्चा नेता है
हर बच्चे का पिता है ये,हर माता का बेटा है
भगतों की है ये जान,इतना इनोसेंट है
बड़े से बड़े साहूकार,आते हैं इसके दरबार
सेवा इसकी करते हैं,छोड़छाड़ कर कारोबार
न गिन सको तमाम,इसके सर्वेंट हैं
जिस पर ये रख देता हाथ,कभी न बिगड़े उसकी बात
अंजना पर जो किया करम,किस्मत चमकी रातों रात
‘मोहित’ से खासो आम,इसका सेंटिमेंट है
Khatu Ke Baba Shyam is the most different
The name on the face of the devotees is permanent.
Wander around the world man, you will not get such a government
Do whatever you want without asking, everyone’s dream comes true
listens to everyone’s work, such is the president
The one who gives the demands, such is the true leader
He is the father of every child, he is the son of every mother
Bhagat’s life is so innocent
The biggest moneylenders come to his court
Service do it, Leaving business
Can’t count all, its servants
The one on whom he puts his hand, never spoils his talk
Whatever Karam did on Anjana, luck shone overnight
Much more common than ‘Mohit’, its sentiment is