खाटू की मिट्टी का तिलक लगा के,
मैं धन्य हुई श्याम मेरे ने मैं दीवानी घूम रही तेरे नाम की दीवानी आई चौकठ पे,
सांवरियां सुन मैं तो थी अनजानी अब हो गई दीवानी तेरे चितवन की ,
खाटू की मिट्टी का तिलक
ये दुनिया कुछ भी बोले तेरा मनवा खाटू ढोले,
मैं ते ओहडी चुनरिया तेरे नाम की हो बाबा,
श्याम मेरे ने मैं दीवानी घूम रही तेरे नाम की दीवानी आई चौकठ पे,
जीवन का आनंद मिला जो तू मिला मैं धन्य हुई,
ओ श्याम मेरे मैं तेरी ही जोगन बन के आई हु तेरी चौकठ पे,
तूने प्रीत की डोर बड़ाई है किस्मत रंग ले आई,
ये उम्र जाए कट तेरी सेवा में
ओ श्याम मेरे मैं तेरी ही जोगन बन के आई हु तेरी चौकठ पे,
मेरे तन मन का होश मुझे न आ भनु धन्य हुए श्याम मेरे मैं चोखानी संग तुझको रिझाने आई,
आई हु तेरी चौकठ पे,
खाटू की मिट्टी का तिलक लगा के,
By applying tilak of Khatu soil,
I am blessed Shyam mere ne mein deewani rahi tere naam ki deewani aaye choth pe,
I was an unknown after listening to the saawariyas, now I have become crazy about your Chitwan,
Khatu clay tilak
Whatever this world says, your manwa khatu dhole,
Main te ohdi chunaria tere naam ki ho Baba,
Shyam mere ne mein deewani rahi rahi tere naam ki deewani aaye chowkth pe,
I got the joy of life that you got, I am blessed,
O Shyam, I have become your Jogan, I have come to your square,
You have raised the door of love, luck has brought color,
This age may be cut in your service
O Shyam, I have become your Jogan, I have come to your square,
I am not aware of my body and mind, I am blessed Shyam, I have come with Chokhani to woo you.
I am on your square,
By applying tilak of Khatu soil,