खोल दो बिहारी जी अपने मंदिर का गेट,
तेरे दर्शन को आया फूल श्रधा के लाया,
तेरी कर रहा कब से वेट,
खोल दो बिहारी जी अपने मंदिर का गेट……
बांके बिहारी इतना ना सताओ,
हम को भी चरणों से लगाओ,
करदो किरपा हे गिरधारी,
तू है दाता मैं भिखारी,
आई तुझसे मिलन की ये तेर,
खोल दो बिहारी जी …..
हम तो दीवाने तेरे बन बेठे प्यारे,
चोकाथ पे तेरी अब आ बेठे प्यारे,
हम तो तेरे चाहने वाले कर दिया जीवन तेरे हवाले,
चित्र वचित्र के सांवरिया सेठ,
खोल दो बिहारी जी स्वरचित्र विचित्र
Open the gate of your temple, Bihari ji.
The flowers that came to your darshan brought reverence,
Since when have you been waiting?
Open the gate of your temple, Bihari ji.
Don’t harass Banke Bihari so much,
Put us also by the feet,
Do Kirpa, O Girdhari,
You are the giver, I am a beggar,
I came to meet you, this is yours,
Open it Bihari ji…..
We are crazy about you, dear,
Chokath pe teri ab aa bethe dear,
We are your loved ones, have given life to you,
Chitra Vichitra K Saawariya Seth,
Khol Do Bihari Ji Swarchitra Vichitra