हे उद्धव
ऊधो! मोहे प्रेम
समझ ही आए।
जब तक है
साँवरे से विछोहना,
तेरी बात समझ न आए।
का ईश्वर
का मानव वन्दा,
बस प्रेम ही
मन को भाए…!!
मैं जी लूंगी
तेरी याद में कान्हा,
संदेशो काहे पठाये ।
माथे न पढ़े
निरगुन की बातें,
मोहे राह
तू ही दिखाए….!!
मैं तो हूँ एक
प्रेम बावरी,
जी श्याम सो
आस लगाए ।
बडिन बडिन बातों
का क्या है?
मोहे बस प्रेम
समझ ही आए…!!
तुमको विरहन की
पीर पता नहीं,
जासो संदेशो लाए।
जा मथुरा ओर
कह कान्हा से,
विरहन तोहे बुलाए ….!!
आस लगी हम
जोगन को रे,
कोई प्रेम री
बात सुनाए।
एक एक पल
मैं रस्ता निहारूँ,
साँझ सवेरे
पथ जाए….!!
ओर नहीं कुछ
कहना प्रिय से,
उसे प्रेम समझ में आए।
दीवानी की
इतनी सुन लीजो,
विरहन तुझे बुलाए ।
ऊधो! मोहे प्रेम
समझ ही आए…!!
जय श्री कृष्ण
This is Uddhav
Ooh! love love Got it. as long as to be separated from the dusk, I don’t understand you. God of of human sacrifice, only love Like it…!!
i will live Kanha in your memory, Where are the messages? don’t read forehead Nirgun’s words, Mohe Raah You show me….!! i am one Prem Bawri, ji shyam so Have hope badin badin things What is it? Mohe just love Got it…!!
separated you don’t know pir Please bring messages. go to mathura Say from Kanha, Tohey call….!! we hope Re Jogan, no love Tell the story a moment I’ll look at the way early evening Go the way….!!
nothing else say dear, He understood love. addicted listened so much, Viran calls you. Ooh! love love Got it…!!
Long live Shri Krishna