छोटो सो नानो सो कुञ्ज में विराजो नन्द लाल कान्हो छोटो सो
मैं जब पनिया भरने जाऊ वही मचले वही रोये
कंधे पे बिठा ले मेरी माँ कान्हो छोटो सो
मैं जब मेला देखन जाऊ वही मचले वही रोये
बांसुरी दिला दे मेरी माँ कान्हो छोटो सो
मैं जब पूजा करने बैठू वही मचले वही रोये,
गोदी में बिठा ले मेरी माँ कान्हो छोटो सो
मैं जब वृन्दावन को जाऊ व्ही मचले वही रोये
राधा दिलादे मेरी माँ कान्हो छोटो सो
Choto So Nano So Kunj Mein Virajo Nand Lal Kanho Choto So
When I go to fill the paniya, the same person cried
sit on my shoulder my mother kanho choto so
When I go to see the fair, the same people cry
Give my mother the flute, Kanho Choto So
When I sat down to worship, I only cried,
Take my mother Kanho Choto on your lap
When I go to Vrindavan, I only cry
Radha Dilade my mother Kanho Choto So