लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
जिसे ओड कर आई है माँ शेरावाली,
जिसको ब्रह्मा ने बनाया जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली,
लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
रंग चुनरी का शक्ति आपार देता,
पाप मन वसे इसको मार देता,
इसने सारी अला बला भगतो की टाली,
जिसे ओढ़के के आई है माँ शेरावाली…
इसके कौने में रिद्धि सिद्धि रहती है,
शुभ और लाभ भक्तो को देती है,
भक्तो के मन को ये चुनरी भने वाली,
जिसे ओढ़के के आई है माँ शेरावाली…
माँ के सिर पे ये चुनरी सुहानी लगती,
सारी दुनिया है इसकी दीवानी लगती,
दुःख के बदल दूर ये भगने वाली,
लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
अपनी चुनरी की छाया में बिठाले श्याम को,
लखा जाप्ता रहे तेरे नाम को,
मतारी दत्त को देदे माँ अमृत की प्याली,
जिसे ओढ़के के आई है माँ शेरावाली…
स्वरलखबीर सिंह लक्खा
red red chunri stars,
Mother Sherawali, who has come to ode,
Whom Brahma made, Vishnu decorated,
Whom the innocent have painted in color,
red red chunri stars,
The power of color chunari gives immense,
The sinful mind would have killed it,
It defied all ala bala bhagto,
Mother Sherawali who has come to cover her…
Riddhi Siddhi resides in its
Gives auspicious and benefits to the devotees,
This chunri will fill the hearts of the devotees,
Mother Sherawali who has come to cover her…
This chunri looks lovely on the head of the mother.
The whole world seems to be crazy about it,
Instead of sorrow, this one who runs away,
red red chunri with stars,
Shyam, sitting in the shadow of his chunari,
Keep your name in lakhs,
Give Matari Dutt a cup of mother nectar,
Mother Sherawali who has come to cover her…
Swarlakbir Singh Lakha