लीले पे चढ़कर मेरा श्याम आएगा,
आकर के दरबार में मोरछड़ी लहराएगा,
सजा दरबार बड़ा आला, आएगा अब खाटू वाला,
लगाओ श्याम नाम से मन, करो सब बाबा का कीर्तन,
शीश के दानी का जो भी गुण गाएगा,
उसके ऊपर बाबा मोर छढ़ी लहराएगा,
लीले पे चढ़कर….
बुलाए जो कोई घर पे, पहुंच जाए श्याम पल में,
जगाए श्याम नाम ज्योति भरे उस जीवन में मोती,
सच्चे मन से जो भी बाबा को रिझाएगा,
उसकी किस्मत का ताला पल में खुल जाएगा,
लीले पे चढ़कर….
जमाने से जो भी हारे, पुकारे श्याम नाम प्यारे,
करे ना देर ये पल की, करें सब के वारे न्यारे,
प्रेम पुजारी बनके बाबा को रीझाएगा,
भर भर के झोली खुशियों की वो ले जाएगा,
लीले पे चढ़कर….
My shyam will come by climbing on the leela,
A peacock will wave in the court of Aakar,
Punishment court is big, now the khatu wala will come,
Put your mind in the name of Shyam, do all Baba’s kirtan,
Whoever sings the quality of the bean of the head,
Baba Peacock will wave a stick over him,
Climbing on the lee….
Call whoever reaches home, in a shy moment,
Awaken the pearl in that life filled with Shyam Naam Jyoti,
Whoever pleases Baba with a sincere heart,
The lock of his fate will open in a moment,
Climbing on the lee….
Whoever loses from time to time, call Shyam dear,
Don’t delay this moment, make it different for everyone,
Prem will woo Baba by becoming a priest.
He will take away the whole bag of happiness,
Climbing on the lee….