माँ शारदे, माँ शारदे ।
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे ॥
तू है दयालु बड़ी माँ वीणा वादिनी ।
करती दया हो सब पे अम्बे भवानी ।
वो मैया विद्या का आके हमको भी भण्डार दे ॥
करदो हमारी आज माँ पूरी आशा ।
कब से है शर्मा तेरे दर्शन का प्यासा ।
ओ मैया दर्शन हमे भी आ के माँ एक बार दे ॥
मांगे ना लक्खा तुमसे दौलत खजाना ।
सात सवारों का मुझको अमृत पिलाना ।
ओ मैया मेरी ही माता के जैसा बस प्यार दे ॥स्वरलखबीर सिंह लक्खा
Mother Sharde, Mother Sharde.
Oh my mother, we are your child.
You are kind big mother Veena Vadini.
Do you have mercy on everyone, Ambe Bhavani.
May that Maya come and give us a storehouse of knowledge.
Do our mother full hope today.
Since when is Sharma thirsty for your darshan?
O Maiya Darshan, come to us too, mother give it once.
Do not ask for luck, you will treasure your wealth.
Give me the nectar of seven riders.
O Maiya, give love just like my mother’s Swarlakhbir Singh Lakha