माह्पे कुलदेवी की किरपा होई फुले पले परिवार
मैया की किरपा से माहरो भरे रवे भण्डार,
जब कोई विपदा सिर पे आवे मनडो ना गबरावे जी ,
सोंप दई मैया के हाथो नैया की पतवार
माह्पे कुलदेवी की किरपा होई फुले पले परिवार
अपनी चुनडी की छैया में हर दम राखे माने जी ,
म्हारो तो म्हारी मैया पे पुरो दारमदार
माह्पे कुलदेवी की किरपा होई फुले पले परिवार
सब के वस् की बात नही है कौन ईतनी परवाह करे
माहरे घर को घ्यान में राखे बन एक पेहरे दार,
माह्पे कुलदेवी की किरपा होई फुले पले परिवार
कहे पवन के करे भरोसो जो अपनी कुल देवी के
सोने चांदी धन दोलत की खूब रहे भरमार
माह्पे कुलदेवी की किरपा होई फुले पले परिवार
Mahpe Kuldevi’s Kirpa Hoi Phule family grew up
The rave stores filled with the mirpa of Maya,
When any calamity comes on your head, Mando na Gabrave ji,
Naya’s helm in the hands of Somp Dai Maiya
Mahpe Kuldevi’s Kirpa Hoi Phule family grew up
Rakhe always in the shadow of your chundi ji,
Mharo to mhari maiya pe puro daramdar
Mahpe Kuldevi’s Kirpa Hoi Phule family grew up
It’s not about everyone’s business, who cares so much
Keep your house in mind as a person,
Mahpe Kuldevi’s Kirpa Hoi Phule family grew up
Say, trust the wind, the one who believes in his family goddess
Plenty of gold and silver wealth
Mahpe Kuldevi’s Kirpa Hoi Phule family grew up